अल-लैल
لَا يَصْلَاهَا إِلَّا الْأَشْقَى15
इसमें बस वही पड़ेगा जो बड़ा ही अभागा होगा,
الَّذِي كَذَّبَ وَتَوَلَّىٰ16
जिसने झुठलाया और मुँह फेरा
وَسَيُجَنَّبُهَا الْأَتْقَى17
और उससे बच जाएगा वह अत्यन्त परहेज़गार व्यक्ति,
الَّذِي يُؤْتِي مَالَهُ يَتَزَكَّىٰ18
जो अपना माल देकर अपने आपको निखारता है
وَمَا لِأَحَدٍ عِنْدَهُ مِنْ نِعْمَةٍ تُجْزَىٰ19
और हाल यह है कि किसी का उसपर उपकार नहीं कि उसका बदला दिया जा रहा हो,
إِلَّا ابْتِغَاءَ وَجْهِ رَبِّهِ الْأَعْلَىٰ20
बल्कि इससे अभीष्ट केवल उसके अपने उच्च रब के मुख (प्रसन्नता) की चाह है
وَلَسَوْفَ يَرْضَىٰ21
और वह शीघ्र ही राज़ी हो जाएगा
अज़-ज़ुहा
بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
وَالضُّحَىٰ1
साक्षी है चढ़ता दिन,
وَاللَّيْلِ إِذَا سَجَىٰ2
और रात जबकि उसका सन्नाटा छा जाए
مَا وَدَّعَكَ رَبُّكَ وَمَا قَلَىٰ3
तुम्हारे रब ने तुम्हें न तो विदा किया और न वह बेज़ार (अप्रसन्न) हुआ
وَلَلْآخِرَةُ خَيْرٌ لَكَ مِنَ الْأُولَىٰ4
और निश्चय ही बाद में आनेवाली (अवधि) तुम्हारे लिए पहलेवाली से उत्तम है
وَلَسَوْفَ يُعْطِيكَ رَبُّكَ فَتَرْضَىٰ5
और शीघ्र ही तुम्हारा रब तुम्हें प्रदान करेगा कि तुम प्रसन्न हो जाओगे
أَلَمْ يَجِدْكَ يَتِيمًا فَآوَىٰ6
क्या ऐसा नहीं कि उसने तुम्हें अनाथ पाया तो ठिकाना दिया?
وَوَجَدَكَ ضَالًّا فَهَدَىٰ7
और तुम्हें मार्ग से अपरिचित पाया तो मार्ग दिखाया?
وَوَجَدَكَ عَائِلًا فَأَغْنَىٰ8
और तुम्हें निर्धन पाया तो समृद्ध कर दिया?
فَأَمَّا الْيَتِيمَ فَلَا تَقْهَرْ9
अतः जो अनाथ हो उसे मत दबाना,
وَأَمَّا السَّائِلَ فَلَا تَنْهَرْ10
और जो माँगता हो उसे न झिझकना,
وَأَمَّا بِنِعْمَةِ رَبِّكَ فَحَدِّثْ11
और जो तुम्हें रब की अनुकम्पा है, उसे बयान करते रहो
अल-इन्शिराह
بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
أَلَمْ نَشْرَحْ لَكَ صَدْرَكَ1
क्या ऐसा नहीं कि हमने तुम्हारा सीना तुम्हारे लिए खोल दिया?
وَوَضَعْنَا عَنْكَ وِزْرَكَ2
और तुमपर से तुम्हारा बोझ उतार दिया,
الَّذِي أَنْقَضَ ظَهْرَكَ3
जो तुम्हारी कमर तोड़े डाल रहा था?
وَرَفَعْنَا لَكَ ذِكْرَكَ4
और तुम्हारे लिए तुम्हारे ज़िक्र को ऊँचा कर दिया?
فَإِنَّ مَعَ الْعُسْرِ يُسْرًا5
अतः निस्संदेह कठिनाई के साथ आसानी भी है
إِنَّ مَعَ الْعُسْرِ يُسْرًا6
निस्संदेह कठिनाई के साथ आसानी भी है
فَإِذَا فَرَغْتَ فَانْصَبْ7
अतः जब निवृत हो तो परिश्रम में लग जाओ,
وَإِلَىٰ رَبِّكَ فَارْغَبْ8
और अपने रब से लौ लगाओ