अन-नज्म
وَأَنَّهُ خَلَقَ الزَّوْجَيْنِ الذَّكَرَ وَالْأُنْثَىٰ45
और यह कि वही है जिसने नर और मादा के जोड़े पैदा किए,
مِنْ نُطْفَةٍ إِذَا تُمْنَىٰ46
एक बूँद से, जब वह टपकाई जाती है;
وَأَنَّ عَلَيْهِ النَّشْأَةَ الْأُخْرَىٰ47
और यह कि उसी के ज़िम्मे दोबारा उठाना भी है;
وَأَنَّهُ هُوَ أَغْنَىٰ وَأَقْنَىٰ48
और यह कि वही है जिसने धनी और पूँजीपति बनाया;
وَأَنَّهُ هُوَ رَبُّ الشِّعْرَىٰ49
और यह कि वही है जो शेअरा (नामक तारे) का रब है
وَأَنَّهُ أَهْلَكَ عَادًا الْأُولَىٰ50
और यह कि वही है उसी ने प्राचीन आद को विनष्ट किया;
وَثَمُودَ فَمَا أَبْقَىٰ51
और समूद को भी। फिर किसी को बाक़ी न छोड़ा।
وَقَوْمَ نُوحٍ مِنْ قَبْلُ ۖ إِنَّهُمْ كَانُوا هُمْ أَظْلَمَ وَأَطْغَىٰ52
और उससे पहले नूह की क़ौम को भी। बेशक वे ज़ालिम और सरकश थे
وَالْمُؤْتَفِكَةَ أَهْوَىٰ53
उलट जानेवाली बस्ती को भी फेंक दिया।
فَغَشَّاهَا مَا غَشَّىٰ54
तो ढँक लिया उसे जिस चीज़ ने ढँक लिया;
فَبِأَيِّ آلَاءِ رَبِّكَ تَتَمَارَىٰ55
फिर तू अपने रब के चमत्कारों में से किस-किस के विषय में संदेह करेगा?
هَـٰذَا نَذِيرٌ مِنَ النُّذُرِ الْأُولَىٰ56
यह पहले के सावधान-कर्ताओं के सदृश एक सावधान करनेवाला है
أَزِفَتِ الْآزِفَةُ57
निकट आनेवाली (क़ियामत की घड़ी) निकट आ गई
لَيْسَ لَهَا مِنْ دُونِ اللَّهِ كَاشِفَةٌ58
अल्लाह के सिवा कोई नहीं जो उसे प्रकट कर दे
أَفَمِنْ هَـٰذَا الْحَدِيثِ تَعْجَبُونَ59
अब क्या तुम इस वाणी पर आश्चर्य करते हो;
وَتَضْحَكُونَ وَلَا تَبْكُونَ60
और हँसते हो और रोते नहीं?
وَأَنْتُمْ سَامِدُونَ61
जबकि तुम घमंडी और ग़ाफिल हो
فَاسْجُدُوا لِلَّهِ وَاعْبُدُوا ۩62
अतः अल्लाह को सजदा करो और बन्दगी करो
अल-क़मर
بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
اقْتَرَبَتِ السَّاعَةُ وَانْشَقَّ الْقَمَرُ1
वह घड़ी निकट और लगी और चाँद फट गया;
وَإِنْ يَرَوْا آيَةً يُعْرِضُوا وَيَقُولُوا سِحْرٌ مُسْتَمِرٌّ2
किन्तु हाल यह है कि यदि वे कोई निशानी देख भी लें तो टाल जाएँगे और कहेंगे, "यह तो जादू है, पहले से चला आ रहा है!"
وَكَذَّبُوا وَاتَّبَعُوا أَهْوَاءَهُمْ ۚ وَكُلُّ أَمْرٍ مُسْتَقِرٌّ3
उन्होंने झुठलाया और अपनी इच्छाओं का अनुसरण किया; किन्तु हर मामले के लिए एक नियत अवधि है।
وَلَقَدْ جَاءَهُمْ مِنَ الْأَنْبَاءِ مَا فِيهِ مُزْدَجَرٌ4
उनके पास अतीत को ऐसी खबरें आ चुकी है, जिनमें ताड़ना अर्थात पूर्णतः तत्वदर्शीता है।
حِكْمَةٌ بَالِغَةٌ ۖ فَمَا تُغْنِ النُّذُرُ5
किन्तु चेतावनियाँ उनके कुछ काम नहीं आ रही है! -
فَتَوَلَّ عَنْهُمْ ۘ يَوْمَ يَدْعُ الدَّاعِ إِلَىٰ شَيْءٍ نُكُرٍ6
अतः उनसे रुख़ फेर लो - जिस दिन पुकारनेवाला एक अत्यन्त अप्रिय चीज़ की ओर पुकारेगा;